भारतीय सभ्यता और विज्ञान में न्यूमेरोलॉजी का महत्वपूर्ण स्थान है। न्यूमेरोलॉजी के माध्यम से हम अपने नाम और जन्म तिथि के आधार पर अपनी भाग्य संख्या खोज सकते हैं। आइए सीखते हैं कि कैसे इस विज्ञान की मदद से हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।

न्यूमेरोलॉजी

न्यूमेरोलॉजी क्या है?

न्यूमेरोलॉजी एक ऐसा विज्ञान है, जो अंकों की गणना के माध्यम से व्यक्ति की व्यक्तित्व, स्वभाव, प्रतिभा और भविष्य के बारे में जानकारी प्रदान करता है। भारतीय संस्कृति में अंक और ग्रहों का बहुत महत्व है, और यह इस विचारधारा को आधार बना कर काम करती है।

नाम और जन्म तिथि का महत्व

नाम का महत्व:

व्यक्ति के नाम में छिपी होती है उसकी पहचान और उसके व्यक्तित्व की गहराइयों में संकेत। नम के अक्षरों के आधार पर न्यूमेरोलॉजी में एक विशेष संख्या निर्धारित की जाती है, जिसे नामांकित संख्या कहा जाता है।

जन्म तिथि का महत्व

जन्म तिथि के अनुसार हमारी राशि और ग्रहों की स्थिति निर्धारित होती है, जो हमारे भविष्य पर प्रभाव डालती हैं। जन्म तिथि के आधार पर निर्धारित भाग्य संख्या हमें अपने जीवन के लक्ष्य और उद्देश्य को समझने में मदद करती है।

नाम और जन्म तिथि के आधार पर अपनी भाग्य संख्या खोजने का तरीका

नामांकित संख्या खोजने की प्रक्रिया:

नाम के प्रत्येक अक्षर के लिए एक न्यूमेरोलॉजिकल संख्या होती है, जो 1 से 9 के बीच होती है। पहले नाम के सभी अक्षरों की संख्याओं को जोड़ें, और फिर उस योग को एक अंक में लाने के लिए उसे जोड़ते रहें, जब तक वह 1 से 9 के बीच की एक संख्या नहीं हो जाती। यह नामांकित संख्या होती है।

जन्म तिथि की भाग्य संख्या खोजने की प्रक्रिया:

अपनी जन्म तिथि की सभी अंकों को जोड़ें, और फिर उस योग को एक अंक में लाने के लिए उसे जोड़ते रहें, जब तक वह 1 से 9 के बीच की एक संख्या नहीं हो जाती। यह भाग्य संख्या होती है।

अपनी भाग्य संख्या खोजने का एक उदाहरण

मान लीजिए, एक व्यक्ति का नाम “राम” है और उसकी जन्म तिथि “15 जनवरी 1990” है। चलिए इस उदाहरण के माध्यम से उसकी नामांकित संख्या और भाग्य संख्या खोजते हैं।

  • नामांकित संख्या:

    र = 9, आ = 1, म = 7
    इस प्रकार, राम की नामांकित संख्या: 9 + 1 + 7 = 17
    और फिर, एक अंक संख्या प्राप्त करने के लिए, हम 1 + 7 करते हैं जो 8 होता है। इस प्रकार, राम की नामांकित संख्या 8 है।
  • भाग्य संख्या:

    जन्म तिथि: 15 जनवरी 1990
    1 + 5 + 1 + 9 + 9 + 0 = 25
    2 + 5 = 7
    राम की भाग्य संख्या 7 है।
  • निष्कर्ष:

    राम की नामांकित संख्या 8 है, जो सत्ता, धन और अधिकार के प्रतीक है। यह उसे नेतृत्व और व्यवसाय के क्षेत्र में सफलता दिला सकती है। राम की भाग्य संख्या 7 है, जो ज्ञान, अध्ययन, और आत्म-अन्वेषण के प्रतीक है। इसका अर्थ है कि वह अध्ययन, शोध, और ध्यान के माध्यम से आत्मज्ञान प्राप्त कर सकता है और जीवन में संतुलन बना सकता है।

हिंदी वर्णमाला के सभी अक्षरों के लिए न्यूमेरोलॉजी वैल्यू नीचे दी गई हैं:

अंअःक्षत्रज्ञ
1234567891234123456789123456789123456789123456789

ये न्यूमेरोलॉजी वैल्यू हिंदी वर्णमाला के अक्षरों के लिए हैं। इसे नामांकित संख्या निकालने के लिए उपयोग कर सकते हैं।

न्यूमेरोलॉजी

अंतिम विचार

न्यूमेरोलॉजी के माध्यम से अपनी भाग्य संख्या खोजने का उपयोग करके, आप अपने जीवन को संतुलित और सफल बना सकते हैं। यह विज्ञान आपको जीवन के विभिन्न पहलुओं में सही निर्णय लेने में मदद करता है और आपके अंदर छिपी हुई क्षमताओं को पहचानने में मदद करता है। इसका ज्ञान आपको एक बेहतर जीवन की ओर ले जाने में सहायक हो सकता है, जिसमें आप अपने स्वप्नों को साकार करते हुए अपने जीवन का उचित उपयोग कर सकते हैं। इसलिए, न्यूमेरोलॉजी के साथ काम करके अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपनी भाग्य संख्या खोजें। यह विज्ञान आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में एक नई दिशा देने में मदद कर सकता है।

संक्षेप में, न्यूमेरोलॉजी एक आसान और सरल तरीका प्रदान करता है जिसके द्वारा आप अपने नाम और जन्म तिथि के आधार पर अपनी भाग्य संख्या खोज सकते हैं। इस विज्ञान की मदद से आपके जीवन में बेहतरीन संभावनाओं का अविष्कार करने का अवसर मिलता है। इसलिए, इस विज्ञान के साथ एक नई शुरुआत करें और अपने जीवन की यात्रा में एक नई उड़ान भरें।

क्रेडिट और लिंक्स:

हिंदू पौराणिक कथाओं पर ऐसे और लेख पढ़ने के लिए, यहाँ क्लिक करें: https://shreevedic.com/

Photo Credits – Image by Freepik
Image by pikisuperstar on Freepik